भारत का वर्तमान नेतृत्व सशक्त और सतर्क है,
राष्ट्रहित में निर्णय लेने में सजग और निडर है.
धारा 370 काअब कश्मीर में रहा न नामोनिशान,
कश्मीर से कन्याकुमारी तक रहेगा एक संविधान.
जम्मू-कश्मीर व लद्दाख में सिर्फ तिरंगा फहरेगा,
राष्ट्रध्वज के सामने वहां जयहिंद का नारा गूंजेगा.
भारतमाता के आँगन का जन्नत है जम्मू-कश्मीर,
धारा 370 की विदाई से चमकेगी उसकी तकदीर.
इस धारा की आड़ में जिसने कश्मीर को लूटा है,
वैसे ही सफेदपोश लोगों काआज तकदीर फूटा है.
अब आतंकी घुस न सकेगा कश्मीर की सीमा में.
उनके आका नजरबन्द हैं अपने ही घर-आँगन में.
मुख्य धारा में जुड़ना चाहती है कश्मीर की जनता,
सफल नेतृत्व के दृढ़-संकल्प से पूरी हो गई मंशा.
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