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संयमित जीवन शैली

आज का विशेष संयमित जीवनशैली वास्तव में एक महत्वपूर्ण विषय है क्यूकि हमारी पीढ़ी कम्प्यूटर, मोबाइल, बर्गर, पिज्जा और देर रात की पार्टियों पर आधारित है – मूल रूप से ये सब अस्वास्थ्यकर है। पेशेवर प्रतिबद्धताओं और व्यक्तिगत मुद्दों ने सभी को जकड़ लिया है और इन सभी अराजकताओं के बीच वे अपना स्वास्थ्य खो रहे हैं। इन दिनों लोग अपने दैनिक जीवन में इतने व्यस्त हो गए हैं कि वे भूल गए हैं कि एक स्वस्थ जीवन जीने के क्या मायने हैं।

स्वस्थ जीवनशैली का महत्व

हमारे बुजुर्ग अक्सर पौष्टिक भोजन खाने, समय पर सोने और प्रत्येक दिन समय पर जागने पर जोर देते हैं। वे हमें आसपास के स्थानों पर वाहनों का उपयोग करने की बजाए पैदल चलने को भी कहते हैं। हालांकि हम में से अधिकांश उनकी सलाह की उपेक्षा करते हैं और हमारे अस्वास्थ्यकर दिनचर्या का पालन करना जारी रखते हैं। वे जो भी सुझाव देते हैं वह बिल्कुल सही है। एक स्वस्थ जीवन शैली का पालन करना महत्वपूर्ण है। स्वस्थ आदतों की ओर रुख करने की आवश्यकता पर इन दिनों हर जगह जोर दिया जा रहा है। यहां बताया गया है कि क्यों एक स्वस्थ जीवन शैली का पालन करना महत्वपूर्ण है:

यह आपको अधिक संगठित और आपकी उत्पादकता को बढ़ाता है।

यह आपको शारीरिक रूप से फिट रखता है और स्वास्थ्य समस्याओं को दूर रखता है।

तनाव मुक्त रहने का यह एक शानदार तरीका है।

यह सकारात्मक दृष्टिकोण प्रदान करता है।

यह हमें हमारे परिवार तथा प्रियजनों के और करीब ले जाता है।

धूम्रपान, शराब पीना, जंक फूड जैसे अस्वास्थ्यकर कामों में शामिल होना, टीवी स्क्रीन पर बहुत अधिक समय बिताने से कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं और इनसे बचने की कोशिश करनी चाहिए।

“स्वास्थ्य ही धन है”। वास्तव में ऐसा लगता है कि हमारी पीढ़ी इसे भूल गई है। दूसरी चीजों को छोड़ जिस तरह से आप जी रहे हैं उस जीवन शैली की ओर विचार करने का समय है। जो जीवन शैली आप जी रहे है उससे आप अधिक धन कमा सकते हैं, परन्तु इससे आप अपना जीवन काल छोटा कर रहे हैं। अभी भी समय है अगर हम अपनी आदतों को बदल लें तो यह हमारे लिए वाकई लाभकारी सिद्ध होगा

स्वस्थ जीवन शैली का अर्थ है स्वस्थ आहार खाने जैसी अच्छी आदतों का पालन करना, नियमित व्यायाम करना और रात में पर्याप्त नींद लेने के लिए समय निकालना। विभिन्न बीमारियों को दूर रखने और पूरी तरह से निरोगी जीवन जीने के लिए स्वस्थ जीवन शैली का पालन करना आवश्यक है।

अस्वस्थ आदतें कैसे छोड़ें?

हालांकि हम में से अधिकांश अस्वास्थ्यकर की आदतों के बारे में जानते हैं, जो हमारे अंदर होती हैं और बहुत से लोग इसे छोड़ने का प्रयास भी करते हैं पर हम अक्सर ऐसा नहीं कर पाते। आप सिर्फ एक दिन उठकर अपनी अस्वस्थ आदतों को छोड़ने का फैसला नहीं कर सकते जिसका पालन अब तक आपने किया है। जी हाँ इस तरह की आदतों को छोड़ने के लिए बहुत से प्रयासों की आवश्यकता पड़ती है खासकर यदि आप लंबे समय से उनका अनुसरण करते रहे हैं। यहां कुछ चीजें हैं जो आपकी मदद कर सकती हैं:

लिखकर रखें

पहला काम जो आपको करना चाहिए वह यह है कि आप उन बुरी आदतों को लिख लें जो आपके अंदर शामिल हैं और वो सकारात्मक प्रभाव आप अपने जीवन में ला सकते हैं यदि आप इसे छोड़ देते हैं। इसे उस जगह पर चिपकाएं जहां आप इसे अक्सर पढ़ सकते हैं यह आपके लिए प्रेरणा के रूप में काम कर सकती है।

दोस्ती का प्रभाव

दोस्ती हमारी आदतों को काफी हद तक प्रभावित करती है। यदि आप ऐसे लोगों के साथ रहते हैं जो शराब पीने और धूम्रपान करने में लगे रहते हैं तो आपको इन आदतों को छोड़ना मुश्किल होगा। ऐसे लोगों के साथ आपके संपर्क को समाप्त करने का समय है।

उत्तेजनात्मक चीजों को खाने से बचें

 उदाहरण के लिए यदि आप शराब के साथ सिगरेट पीते हैं तो आपको अपनी पीने की आदत में कटौती करनी होगी। यदि आपको टीवी देखते हुए चिप्स और कुकीज़ खाने की आदत है तो आपको टीवी देखने का समय कम करना होगा।

विकल्प तलाशना होगा

बोरियत और तनाव कुछ ऐसे सामान्य कारण हैं जिनसे लोग धूम्रपान, शराब पीना, मोबाइल या टीवी स्क्रीन पर बड़ी मात्रा में समय खर्च करने जैसी अस्वस्थ आदतों को अपना लेते हैं।

ऐसी गतिविधियों में शामिल होने के बजाए आपको सही दिशा में अपनी ऊर्जा को गति देने का प्रयास करना चाहिए। उदाहरण के लिए आप अपने खाली समय के दौरान किसी चीज का अनुसरण कर सकते हैं। उदाहरण के लिए आप अपने कुत्ते के साथ खेल सकते हैं या चित्रकारी भी कर सकते हैं।

व्यावसायिक सहायता प्राप्त करें

यदि उपर्युक्त उल्लिखित उपाय विशेष रूप से आपकी तब मदद नहीं कर पाते जब आप अपने द्वारा विकसित व्यसनों से छुटकारा मिलने की सोच रहें है तो यह पेशेवर मदद लेने का समय है।

हमें अपने स्वास्थ्य को हल्के में नहीं लेना चाहिए। यदि हमने समय रहते स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर ध्यान नहीं दिया है तो अब यह संयमित जीवन शैली की तरफ मुड़ने का समय है। अर्थात जीवन के निम्नलिखित क्षेत्रों में संयम का आना अति आवश्यक है जैसे

आहार का संयमित होना,

भाषा का संयमितहोना

मन का संयमित होना

श्वास का  संयमित होना

इन्द्रियो का संयमित होना

संयमित जीवन ही संसार के आवागमन चक्र में आवश्यक एवं मूल्यवान भूमिका निभाता है

अतः

संयमित जीवन जीने का प्रयास करें एवं संयमित जीवनशैली अपनाएं

धन्यवाद

डॉ अलका अरोड़ा

प्रोफेसर – बीएफ आईटी देहरादून

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