Latest Updates

“चलो तस्वीरें बनाए”

पारमिता षडगीं जिंदगी जिंदगी को बुला रही थी मेरे भीतर के खालीपन में रात भी थोड़ी थोड़ी मेरी नींद को चुराने लगी थी तुम्हारे भीतर व्याप्त रहने की इच्छा जो अनदेखी थी जो अनसुनी थी मेरे अकेलेपन के आतुर स्वर आकाश को खंड खंड कर पिघलने लगे थे आत्मा की उपत्यका में एक नदी बहने…

Read More

माया मिली ना राम, बन गए आंदोलनजीवी !

खद्दर डाल कर ,दरी बिछाकर बिसलेरी का जल पीने वाले देश के परजीवियों को प्रधानमंत्री जी ने आंदोलन जीवी कह दिया । अखिलेश यादव भी खुद को रोक नहीं पाए और खुद को लपेटे में लेकर भाजपा को चन्दा जीवी कह दिया । आप के भगवंत मान ने तो टूल्ल होकर रक्तजीवी कह दिया और…

Read More

गौरी की शिव वंदना

मैं हूँ गौरी तुम हो शिव ,   हर जन्म में तुम्हें पाऊँ शिव,   हर जन्म में मेरे रहो शिव ,   तुम्हारा मेरा है शिव शक्ति का रूप शिव ,   सती रूप में तुम्हें मिली शिव,   त्रियुगी नारायण में एक हुए शिव,   ब्रह्मांड में अर्द्ध नारीश्वर कहलाए शिव,   गौरी…

Read More

भैया मान लो कि बसंत आ गया है…

भैया मान लो कि बसंत आ गया है । अब बसंत तो ऐसे ही आता है । आप को मानना है तो मानो और नहीं मानना तो मन मत मानो । बसंत कोई राजनैतिक दल की तरह तो है नहीं कि झंडा-बैनर लगाकर बताये कि देखो मैं आ गया और न ही आन्दोलकारी है कि…

Read More

दरिया ए इश्क-इब़ादत की मुश्क

कविता मल्होत्रा प्रेम है दरिया आग का,उल्टी है इसकी धार जो उतरा सो डूब गया,जो डूब गया वो पार ✍️ अपनी दृष्टि को विस्तार देकर ही सृष्टि के आधार को समझना सँभव है, वर्ना दृष्टिकोण के अभाव में तो शिक्षित लोग भी अशिक्षितों जैसा व्यवहार करने लगते हैं। ✍️ जैसे तुम सबके वैसे ही मैं…

Read More

प्रकृति संरक्षण हम सबकी जिम्मेदारी है : मनमोहन शर्मा ‘शरण’

(सम्पादकीय) आप सभी को बसन्त पंचमी की हार्दिक बधाई  एवं ज्ञान की देवी माँ सरस्वती का आशीर्वाद आपको प्राप्त हो, ऐसी मेरी मंगलकामना है ।             मौसम बदला, मौसम का मिजाज बदला, अब पतझड़ समाप्त और पौषे खिलखिलाने लगेंगे, सर्दी की ठिठुरन अब समाप्त सी हो गई है । मनुष्य अपने अड़ियल रवैये से बदलने…

Read More

संयमित जीवन शैली

आज का विशेष संयमित जीवनशैली वास्तव में एक महत्वपूर्ण विषय है क्यूकि हमारी पीढ़ी कम्प्यूटर, मोबाइल, बर्गर, पिज्जा और देर रात की पार्टियों पर आधारित है – मूल रूप से ये सब अस्वास्थ्यकर है। पेशेवर प्रतिबद्धताओं और व्यक्तिगत मुद्दों ने सभी को जकड़ लिया है और इन सभी अराजकताओं के बीच वे अपना स्वास्थ्य खो…

Read More

भूण हत्या

मैं कौन हूं माँ? क्यों मारती है मुझे ? एक आवाज नहीं चौंका दिया सारा जहां ताका जो इधर उधर ना पाया कोई निशा मैं सहमी सिमटी अपने अंतर्मन से हुई मुखातिब आवाज मेरे मन की थी  हां मेरे भीतर की ही थी  तो कौन बोल रहा है भीतर से  यह चित्कार किसकी है?  मैंने…

Read More

“मौसम खुशमिजाज है।”

बसंत यानि उल्लास। प्रेम और प्यार का आभास। ज़िन्दगी के लिए अति आवश्यक तत्व। गतिमान रहने के लिए एक आवश्यक बल। बसंत प्रतिवर्ष आता है। बीते वर्षों की कुछ यादें ताजा कर जाता है। फिर से मिठास भर जाता है। जीवन को महका जाता है। हर तरफ बिखरा हुआ रंग। रंग बिरंगे फूल खिले हुए।…

Read More

आ. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन से मिला आशीर्वाद

अनुराधा प्रकाशन परिवार हुआ गौरवान्वित 23 फरवरी 2021 का दिन अनुराधा प्रकाशन परिवार के लिए विशेष उपलब्धि लेकर आया । इस दिन भारत की यशस्वी वित्तमंत्री आ. निर्मला सीतारमन जी से सायं सवा चार बजे भेंट हुई । प्रमुख अवसर था श्री आर एम चोपड़ा जी द्वारा लिखित पुस्तक ‘हैप्पीनेस अनरैवल्ड’ का लोकार्पण । प्रकाशक…

Read More