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राष्ट्रीय कवि संगम के तत्वाधान में ऑनलाइन अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन आयोजित

पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय कवि संगम हापुड पिलखुवा इकाई के तत्वावधान में एक अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन ऑनलाइन आयोजित हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रांतीय मुख्य संयोजक वरिष्ठ कवि अशोक गोयल ने की। *कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि प्रांतीय प्रभारी शील वर्धन रहे व सानिध्य वरिष्ठ कवि एवं सहित्यकार प्रेम निर्मल का रहा।कार्यक्रम का…

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पर्यावरणीय गीत- प्रदूषण का नंगा दानव

लाल बिहारी लाल प्रदूषण का नंगा दानव नाच रहा है दुनिया मेंइस दानव को रोको वरना आग लगेगी दुनिया मेंप्रदूषण का नंगा दानव…….. रो रही है धरती मैया, रो रहा आसमान हैवन धरा से सिमट रहे है, मिट रही पहचान हैमीठा जहर नित घूल रहा है स्वच्छ निर्मल पनिया मेंप्रदूषण का नंगा दानव…….. जल,थल पवन और गगन सभी…

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साहित्य टी. वी. ने मनाया पहली बर्षगांठ

लाल बिहारी लाल नीरज पांडे नई दिल्ली। आज देश करोना महामारी से जूझ रहा है। इससे निपटने के लिए सबसे पहले लाँक डाउन का सहारा लिया गया। लोग अचानक घरों में कैद हो गये। ऐसे में साहित्यकारों के सकारात्मक सोंच को बढ़ावा देने और रचनात्मक लेखनी को देश दुनिया में पहुँचाने के उदेश्य से 18…

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कोरोना की दूसरी लहर पर भी हमारी विजय होगी

नयी दिल्ली : रविवार (30 मई), प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आकाशवाणी पर अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘‘मन की बात’’ की 77वीं कड़ी में प्रधानमंत्री ने कहा कि एक ओर भारत जहां कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहा है वहीं दूसरी ओर पिछले दिनों में उसे विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं का भी सामना करना पड़ा है जिसका…

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दादी का दर्द

हंसो दादी लगभग 70 वर्ष की थीं।वह अपने पोते के साथ शहर में एक छोटे से मकान में रहती थीं।जिसमें एक ही कमरा था।दादी के साथ उनका पोता निखिल रहता था। वह अपने बेटे बहू को खो चुकी थीं।दादी को कुछ पैसे पति की पेंशन से मिलते थे।दादी कीपैड मोबाइल चलाया करती थीं।निखिल की जिद…

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हर बार जीतना जरूरी नहीं है

हर बार जीतना जरूरी नहीं है कभी-कभार हार भी जाया करो। सारी बाजियों में दिमाग का काम नहीं होता, कभी दिल भी लगाया करो।। और हमें यूँ  टकटकी लगा कर ना देखते रहा करो। कभी-कभार अपनी पलकों को भी झपकाया करो।। दोस्त, तमाम उम्र किसी का साथ तुम ना दिया करो। नए पंछियों को खुद…

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एलोपैथ का टूटता तिलिस्म, आयुर्वेदिक काढ़ा बना लाईफलाइन !

आयुर्वेदिक संस्था के रूप में पतंजलि आज वर्तमान समय में सर्वाधिक प्रचलित प्रतिष्ठान है जो भारत के एलोपैथ को तगड़ा टक्कर दे रहा । भारत समेत वैश्विक व्यापार और बाजार में पतंजलि आयुर्वेद का  सबसे अग्रणी निर्यातक है । अभी हाल ही में बढ़ते करोना संकट में जहां एक तरफ एलोपैथ से सुसज्जित हाईटेक अस्पतालों…

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लघुकथा “माघी पूर्णिमा”

माघी पूर्णिमा था।युगल बाबू अपनी पत्नी के साथ गंगा नहाने की योजना को साकार करने घर से निकलने की तैयारी कर रहे थे।धार्मिकता से रोम-रोम में डूबी पत्नी बहुत खुश थी।अपना साड़ी कपड़ा एक झोले में रख याद कर पूजा का सभी सामान अन्य झोले में रख एक तांबा का लौटा खोजने लगी।तभी उनका प्यारा…

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टूटती उम्मीदों की उम्मीद

इतनी वेदना इतनी बेबसी इतनी लाचारी के बाद थोड़ी सी जगने लगी थी देख कम होते तेज़ी से बढ़ रहे आँकड़े, अस्पताल की कम हुई मारामारी ऑक्सीजन की किल्लत से राहत मौत में भी कमी इस तरह टूटती उम्मीदों की उम्मीद लगी थी बंधने अब सुधर जाएंगे हालात पर मानो हालात ने फिर दी चोट…

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जाना कहाँ है जब हर तीर्थ यहाँ है

कविता मल्होत्रा (संरक्षक, स्तंभकार – उत्कर्ष मेल) मौसम ख़ुश्क,हर सू  धुँआ-धुँआ है असामयिक विदाइयाँ,सदी का बयाँ है क्रंदन मुखरित,आज ख़ामोश हर ज़ुबाँ है मानव गंतव्य भ्रमित,नकारात्मकता जवाँ है चंद धड़कनों की तलब में,प्यासा हर रोआँ है ✍️ आज हर तरफ, हर दिल की अशाँति के मुखरित पन्नों पर ओम शाँति के हस्ताक्षर दर्ज़ हो रहे…

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