पिछले दिनों भारत की जी. डी. पी. दर 5.8 से घटकर 5 पर आ गयी फिर क्या था कई अर्थशास्त्रीयों के माथे पर शिकन सी आ गयी जबकि विपक्ष इसे मुद्दा बनाकर मोदी सरकार को घेरने मे जुट गया पर असलियत तो समझना होगा । भारत फिलहाल वैसी जटिल स्थिति […]
Month: August 2019
धारा 370 का हटना : आई खुशी की लहर, पर खतरा भी बरकरार
-राजकुमार अरोड़ा’गाइड’ धारा 370 को हटाना नेहरू की ऐतिहासिक भूल को सुधारना है। अस्थायी धारा केवल वोट बैंक की राजनीति के कारण इतने लंबे समय तक चलती रही। यूँ तो राजीव गाँधी को400 से भी ज्यादा सीटें मिलीं थीं पर वो क्या ऐसा करने की हिम्मत जुटा पाये, शाहबानो केस […]
बिना बुलाए क्रोध नहीं आता है
बिना बुलाए क्रोध नहीं आता है,निमंत्रण देने पर ही वहआता है.स्वागत की पूरी तैयारी देखकर,मन केआँगन में प्रवेश करता है.अंदर घुसते ही तांडव-नृत्य कर, अपनी हाजिरी दर्ज करवाता है.शिव-तांडव का सबको पता है,विध्वंस करने ही वह आता है.क्रोध कभी तांडव करे ही नहीं,इस हेतु संयम से काम लीजिए.क्रोध के उठते तीव्र […]
“जन्मे कृष्ण कन्हाई “
जन्मे कृष्ण कन्हाई आज मैया मन ही मन हर्षाय रहीं । बगियन में फूले कुसुम विविध, कोयलिया भी है गाय रही । वसुदेव देवकी व्याकुल है, भय कंस का उन्हे डराय रही। लै छाज में कान्हा को चले , गोकुल को राह है जाय रही। सुर नर मुनि मन में […]
ठंडा प्रतिशोध (कहानी)
–डॉ. मनोज मोक्षेंद्र मुसहर टोला में अपना बसेरा बनाने से पहले धनीराम मिसिर को हालात ने गिरगिट की तरह रंग बदलना सिखा दिया था। बम्हरौली गांव के काइएं ब्राह्मणों को चकमा देकर वे सपरिवार जान बचाकर भाग तो निकले थे; पर, पूरी तरह ठन-ठन गोपाल थे। कुर्ते की ज़ेब में […]
नेता बने अभिनेता
संगीता अग्रवाल (आगरा, उत्तर प्रदेश) नेता बने अभिनेता वोटों के दिन जब हैं आए नेता भी अभिनेता बन जाए झूठे-झूठे सपने दिखाए टूटी हुई सड़कें बनबाएं बिजली पानी वो दिलबाएं झूठे सबको भाषण सुनवाएं बच्चों के स्कूल खुलबाएं सबको लैपटॉप फ्री बँटबाएं अस्पतालों को खुलवाएं बिन पैसे उपचार करवाएं सबको […]
धारा 370 हुई नौ दो ग्यारह , कश्मीर वासियों की होगी पोबारह
सभी देशवासियों को स्वतंत्र्ता दिवस एवं रक्षा बंधन की पावन शुभकामनाएँ । शायद इस बाद स्वतंत्र्ता के एहसास में वृद्धि अवश्य हुई है । एक तरफ तो ‘तीन तलाक’ बिल पास होने से मुस्लिम बहनों की मानसिक गुलामी की जंजीरें टूटी हैं । वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री मोदी के […]
स्वतंत्रता संग्राम में गांधी जी का योगदान
लाल बिहारी लाल भारत में मुगल साम्राज्य से जब सता अंग्रैजों के हाथ में गई तो पहले अंग्रैजों का भारत में आना व्यापारिक उदेश्य था पर धीरे-धीरे उनका राजनैतिक रुप भी सामने नजर आने लगा। और वे अपने इस कुटिल चाल में कामयाब भी हो गये । उन्होंने धीरे […]