वरिष्ठ लेखिका सविता चड्ढा के सद्य: प्रकाशित लेख संग्रह “पांव ज़मीन पर निगाह आसमान पर” का भव्य लोकार्पण पंजाब केसरी सभागार में पंजाब केसरी की चेयरपर्सन किरण चोपड़ा द्वारा किया गया।इस अवसर पर दिल्ली एवं दिल्ली से दूर स्थानों से लेखक ,साहित्यकार शामिल हुए। इस अवसर पर अश्वनी कुमार, स्वामी, संपादक और श्रेष्ठ पत्रकार पंजाब केसरी ने […]
Month: October 2019
राहुल ने ‘मन की बात’ पर साधा निशाना (मन की नहीं , ‘काम की बात करूँगा’)
हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव में अपनी पहली सार्वजनिक सभा में राहुल गांधी ने वर्तमान मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, “वे झूठे दावे करते रहते हैं। यही खट्टर जी भी करते हैं। वह मन की बात करते हैं, मैं काम की बात करूंगा और आज जो […]
हम आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ रहे हैं : अमित शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार (15 अक्टूबर ) को हरियाणा के गुरुग्राम के मानेसर में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के 35वें स्थापना दिवस पर अपने संबोधन में कहा कि आतंकवाद सबसे बड़ा अभिशाप और विकास के रास्ते में बड़ी बाधा है। सरकार आतंकवाद के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की […]
नोबेल विजेता अभिजीत ने डॉक्यूमेंट्री फिल्मों का निर्देशन भी किया है
नई दिल्ली: भारतवंशी-एमआईटी प्रोफेसर अभिजीत बनर्जी, उनकी पत्नी एस्थर डुफ्लो और हार्वर्ड के प्रोफेसर माइकल क्रेमर को ‘व्यावहारिक रूप से गरीबी से लड़ने की हमारी क्षमता में प्रभावशाली तरीके से सुधार’ के लिए अर्थशास्त्र के क्षेत्र में 2019 के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उन्होंने हार्वर्ड विश्वविद्यालय से पीचएडी […]
संपादक व समाजसेवी माधुरी घोष “एशिया अवार्ड” से सम्मानित
बड़ौदा : बड़ौदा की सम्पादक व सोशल एक्टिविस्ट माधुरी घोष को रविवार13 अक्टूबर शाम गुजरात के अहमदाबाद स्थित ‘रेडक्रॉस सोसायटी’ के कांफ्रेंस हॉल में आयोजित भव्य आयोजन में “अमीर सत्या फाउन्डेशन , हिसार ” द्वारा “एशिया अवार्ड” से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उनको हिन्दीतर प्रदेश गुजरात से उत्कृष्ठ महिला […]
राफेल की नींबू – मिर्ची
अपने देश के भीमकाय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह जी ने राफेल को छोटा सा नीबू क्या चढ़ाया बाकी कांग्रेसियो को बड़ी सी मिर्ची लग गयी । अजीब बात है कुछ ना मिले तो नीबू मिर्ची को ही राष्ट्रीय मुद्दा बना दो और फिर अंधविश्वास – अंधविश्वास करके पूरे भारतीय संस्कृति का […]
उम्मीदों का वृक्ष
उम्मीदों की चादर में कई सपने दफ्न हो गए। जिन वृक्षो से की थी छाया की उम्मीदे,वो छाया पतझड़ आने पर खुद ही कहीं गायब हो गयी।। जीवन के गुजरते पलो में अक्सर ऐसा हुआ। शुखे मुरझाये वृक्षो से भी कई बार ठंडी हवाओं का अनुभव हुआ , शायद गिर […]
भ्रष्टाचार
भ्रष्टाचार बन गया शिष्टाचार भुखमरी-गरीबी का गरम बाजार सरकारी योजनाओं का व्यापार लालफीताशाही का अत्याचार जनतंत्र बन गया आज मजाक, संसद में जा बैठे चोर हजार कुर्सी की खींचतान में नेताओं ने प्यारे भारत की अवाम दी मार हे! सुभाष,भगत, बिस्मिल, असफाक कब होगा भारत भू पर सच्चा उजियार फैला […]