आंधियों में चिराग जलना…
प्रवीण बहल (विकलांग रत्न) किसने देखा है आंधियों में चिराग जलनाअंधेरों में चराग जलना तो सब ने देखाकौन जला सका आंधियों में चिरागमैं वह इंसान हूं– जो आंधियों में चिराग जलाता हैइन चिरागों में मैंने अपने दिल का खून डाला हैकई बार यह चिराग टिमटिमाते रहे–पर कभी बुझ न सके–मैं दिल से आंधियों में चिराग…