Latest Updates

दुनिया में सबसे ज्यादा कोरोना टेस्ट दिल्ली में : केजरीवाल

नई दिल्ली:  सोमवार 14 सितम्बर को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा के एक दिवसीय मानसून सत्र में यह जानकारी दी कि दिल्ली में प्रतिदिन प्रति 10 लाख आबादी पर 3057 टेस्ट हो रहे हैं जो दुनिया में सबसे अधिक है.  उन्होंने यह भी बताया की ब्रिटेन में प्रति 10 लाख आबादी पर…

Read More

मैं “कंगना ” हूं सुन लो लोगों,

(सुनीता जायसवाल फैजाबाद उत्तर प्रदेश) अबला समझने की भूल ना करनाआऊंगी कलाई में “हथकड़ी” बनकरजेवर समझने की भूल ना करना! झुक गई हूं मैं जरा सा क्योंकि,मैं अदब की परवरिश हूँमेरी झुकी पीठ को तुम ,पायदान समझने की भूल ना करना! गिरेबान खाली नहीं तुम्हारा ,दुनिया भर की करतूतों से ,मेरे पाक दामन पर तुम,उंगली…

Read More

हिन्दी दिवस एक दिन पर हिन्दी की बात हर दिन

हिन्दी भारत की मातृभाषा हैं।यह सबसे ज्यादा बोले जाने वाली भाषाओ में से एक हैं।एक ऐसी भाषा जिसे हम जैसे लिखते हैं वैसे ही बोलते भी हैं।हिन्दी शब्द का वास्तविक अर्थ “सिन्धु नदी की भूमि” हैं।1918 ईस्वी में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी ने हिंदी साहित्य सम्मेलन में हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने हेतु अपने विचार रखे…

Read More

स्त्री विमर्श और महिलायें

स्त्री विमर्श एक ऐसा मुद्दा है जो आज हिंदी साहित्य में अपनी एक अलग अहमियत रखने के साथ साथ सामाजिक स्थितियों और मान्यताओं को भी बखूबी प्रभावित कर रहा है। आज स्त्री और  पुरुष दोनों ही साहित्यकारों द्वारा स्त्री विमर्श को उकेरने वाले इनके लेख या इनकी कहानियां समाज में विचारों के मंथन के लिए…

Read More

हमारी शान है हिंदी (गीत)

हमारी शान है हिंदी हमारा मान है हिंदी मेरी नज़रों से देखो तो हमारी जान है हिंदी विधाता ने दिया अद्भुत हमें वरदान है हिंदी हिंदी है तो हिन्दुस्तान हिंदुस्तान है हिंदी। सुनो माँ भारती का धानी परिधान है हिंदी जिसे माना ज़माने ने अटल वो ज्ञान है हिंदी वीरों की शहादत का मान सम्मान…

Read More

देश के विकास इंजन को पुनर्जीवित करने के लिए नए अवसर पैदा करने होंगे

(वर्तमान स्थिति निवेश को बढ़ावा देने, मौजूदा नौकरियों की रक्षा करने और नई नौकरियां पैदा करने के लिए साहसिक कदम उठाने का अवसर प्रस्तुत करती है।) — डॉo सत्यवान सौरभ, रिसर्च स्कॉलर इन पोलिटिकल साइंस, दिल्ली यूनिवर्सिटी, कवि,स्वतंत्र पत्रकार एवं स्तंभकार, आकाशवाणी एवं टीवी पेनालिस्ट, कोविद-19 महामारी ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को बदल दिया है और…

Read More

बेटी दोहरा रही है

माँ अपनी आँखों से काजल उतार कर मेरे माथे पर टिका लगाती| मेरे होंठों पर लगे दूध को अपने आँचल से पोछती होठों से प्यार की चुम्बन देती माथे पर शुभ आशीष की तरह | फिर भी माँ के मन मे नजर ना लग जाए कहीं भय समय रहता | भले ही माँ भूखी हो…

Read More

करोना संकट से भुखमरी के कगार पर खड़ा प्राइवेट शिक्षक !

एक तरफ जहां प्राइवेट , नॉन रेगुलर  और अंशकालिक शिक्षकों को इस भयावह संकट काल में शिक्षण संस्थाओं ने वेतन देने से मना कर दिया है और भुखमरी के कगार पर खड़े ये प्राइवेट अध्यापक आज डिप्रेशन में जी रहे , वहीं दूसरी तरफ सरकार भी इन्हे भूल गई है क्योंकि ना इन्हे बेरोजगारों की…

Read More

मनहरण घनाक्षरी

जल का जो मीठा कूप ,अपने ही पास है तो दूजे के ही कूप से जी ,जल मत पीजिए ! देकर राजभाषा का,दर्जा जो हिंदी को बस नाम मात्र का सम्मान , आप मत कीजिए! जननी  हमारी है ये,कई भाषाओं की प्यारी गर्व से इसे जो आप , हाथों-हाथ लीजिए! छोड़िए जी आप अब ,मतभेद…

Read More

हिन्दी की व्यथा

ये अंधेरा क्यों है? आज तो बत्ती जला दो, वैसे तो कोई आता नहीं मेरे घर, शायद आज कोई भूले भटके आ जाये  आज “हिन्दी दिवस  है न किसी न किसी को तो मेरी याद आ ही जायेगी। सूना रहता है मेरा आंगन, मेहमान क्या…कोई कौवा भी                                                 मेरी मुंडेर पर नहीं बैठता है। क्या मैं…

Read More