Latest Updates

हर्षोल्लास के पावन पर्व होली की अनन्त शुभकामनाएं : मनमोहन शर्मा ‘शरण’

सर्वप्रथम  आप  सभी  को  हर्षोल्लास  के  पावन  पर्व  होली  की  अनन्त  शुभकामनाएं ।  बात  हम  होली  और  जो  ‘हो  +  ली’  (कोराना  महामारी)  उसकी  भी  करेंगे ।           जो  बात  हो़ली,  जिससे  पूरा  विश्व  अचम्भे  में,  सकते  में  आ  गया  था ।    2021  आते–आते  हम    खुशी  मनाने  लगे  कि  चलिए  अब  तो  बहुत  सारी  वैक्सीन …

Read More

अभिव्यक्ति संस्था के कार्यक्रम “होली की बहार, काव्य की बौछार” में रचनाकारों ने खेली काव्य-होली

दिनांक १४ मार्च २०२१ का दिन अभिव्यक्ति साहित्यिक संस्थाके लिये अत्यन्त महत्वपूर्ण रहा क्योंकि “अभिव्यक्ति साहित्यिक संस्था” की ओर से, होली के उपलक्ष में, “होली की बहार, काव्य की बौछार” कार्यक्रम का भव्य आयोजन, रोहिणी (दिल्ली) में कार्यक्रम आपकीं दोस्त Madhu Madhubala Labana जी के निवास स्थान पर सफ़लतापूर्वक सम्पन्न हुआ। अभिव्यक्ति मंच विगत छः…

Read More

होली में मचो है धमाल

होरी में मचो है धमाल कान्हा नगरी में, उड़ रयो देखो गुलाल, कान्हा नगरी में, मस्ती देखो ब्रज में छाए -2 गोपी-ग्वालवाल रंग लगाएँ  -2 अंबर भी देखो भयो लाल कान्हा नगरी  में, होली में मचो है धमाल ——— राधे श्याम के रंग में रंग जाओ -2 राधे-राधे मिल सब गाओ  -2 बड़ो नटखट  यशोदा…

Read More

कुछ मोती ऐसे,कोहेनूर जैसे

कुछ शब्द या पंक्तियां ऐसी होती हैं जो  जिन्दगी में मन को छू जातीं हैं,अगर उनका मनन कर के व्यवहार में ले आएं तो जिन्दगी ही बदल देतीं हैं।शब्द भले ही निःशुल्क लेकिन यह चयन पर कीमत मिलेगी या चुकानी होगी।पिछले 45-50 वर्षों से मैं जब भी कोई अच्छा प्रेरक विचार पढ़ता हूं तो उसे…

Read More

न्याय प्रणाली की सूरत बदलनी चाहिए !

मानव गलतियों का पुतला होता है ऐसा आप सबने जरूर सुना होगा किन्तु मानव जो भी गलतियां करता है उसके पीछे या तो उसकी अपनी मजबूरी होती है या उसका अपना बनाया दकियानूसी सिस्टम ! जी हां ! आज मै एक पत्रकार और लेखक होने के नाते जिस मुद्दे को आपके सामने उठाने जा रहा…

Read More

रंगों का त्यौहार ‘ होली ‘

मंजु लता     भारत त्‍यौहार और मेलों का देश है। वस्‍तुत: वर्ष के प्रत्‍येक दिन उत्‍सव मनाया जाता है। पूरे विश्‍व की तुलना में भारत में सबसे अधिक त्‍यौहार मनाए जाते हैं। इनमें से अधिकांश त्‍यौहार भारत के अधिकांश भागों में समान रूप से मनाए जाते हैं। प्रमुख त्यौहारों में होली भी बड़ा त्यौहार है…

Read More

टूटे पैर वाले पोस्टर

(राजनीतिक सफरनामा) कुशलेन्द्र श्रीवास्तव सबकी अपनी-अपनी किस्मत होती है दीदी के पैर की भी अपनी ही किस्मत है । चोट खाया पैर बड़े-बड़े पोस्टर-बेनरों में पूरी आभा के साथ दिखाई देने लगा है । जहां कल तक पश्चिम बंगाल की गलियों में चुनाव चिन्ह वाले पोस्टर चमक रहे थे अब वहां टूटे हुए पैर की…

Read More

Redecorate your life with divine grace

(Kavita Malhotra) We are just a bunch of atoms travelling through space, assembling and disassembling. माना कि प्रतिस्पर्धाएँ हर किसी के अँदर छुपी प्रतिभाओं को निखारने का काम करती हैं, लेकिन जब प्रतिस्पर्धाओं में स्वार्थ निहित हो जाते हैं तब वो जनहितकारी नहीं रह पातीं। आजकल हर क्षेत्र की राजनीति अपनी ही मैं के रँग…

Read More

स्त्री

स्त्री जब खुश होती है बर्तन माजते माजते कपड़े धोते-धोते  रोटी बेलते बेलते सब्जी में छोका लगाते लगाते  भी गुनगुनाती है कभी अकेले खामोश चारदीवारी में भी गुनगुनाती है सुबह से शाम तक  चक्की की तरफ पिसते पिसते  भी खुश होकर गुनगुनाती है वह बच्चों की भागमभाग बच्चों की फरमाइश  और रिश्ते नाते निभाते निभाते…

Read More

नजरिया

हां मन उदास होता है यह देखकर कि आपको बाहरी रूप में देखकर आपके अंदर के इंसान को बाहर आने के पहले ही मार दिया जाता है। जिनकी सोच जिनकी धारणा बन जाती है वह स्वयं नहीं जानते ना ही कोशिश करते हैं समझने की उनको वही सही लगता है जो दिखाई देता है। अनेकों…

Read More