Latest Updates

चुनावी समीकरणों में उलझा मतदाता

                                                                                                   कुशलेन्द्र श्रीवास्तव          पतझड़ में तो पेड़ों से पत्ते झरते हैं ताकि नए पत्ते आ सकें । ये नए पत्ते नया स्वरूप् देते हैं पेड़ों को भी और वातावरण को भी । पर सम्पूर्ण भारत में नैतिक मूल्यों के पतन का दौर चल रहा है । जिन बच्चों के हाथों में किताब होना चाहिए,…

Read More

मातृभाषा सम्मानित हो, तो आत्मनिर्भर भारत हो

धरती से अंबर तक आजकल हर कोई वसंती रंग में रंगा हुआ है, साथ ही इन दिनों हमारे देश की लगभग चार पीढ़ियों पर गुलाबी रंग का मदिर अहसास भी छाया हुआ है।मान्यता है कि वैलेंटाइन दिवस के माध्यम से पूरे विश्व में निःस्वार्थ प्रेम का संदेश दिया जाता है।लेकिन प्रेम के व्यापक स्वरूप को…

Read More

ये शायर तो….. नहीं

हम जब भी कोई शायर के बारे में सोचते हैं तो एक कोमल हृदय का नाजुक से तेवर वाला या वाली तस्वीर सामने आती हैं।एक नर्म दिल आदमी जिसके दिल में एक प्यार की शमां जलती हैं जो  खुद तो रोशन होती हैं लेकिन औरो को भी रोशन करने का काम करती हैं।वे एक नाजुक…

Read More

EAST or WEST ‘BADA GAON’ is the best

गाने की पंक्तियाँ हैं ईस्ट और वेस्ट इंडिया इज दा बेस्ट , यहाँ पर मैंने इसी भाव को लिखा है ‘ईस्ट और वेस्ट’ बड़ा गाँव इज दा बेस्ट जी हाँ दिनांक भी अद्भुत 02022022 और कार्य भी अद्भुत हुआ , मेरे पूज्य ताऊजी पंडित चन्द्र प्रकाश शाश्त्री जी के नाम से बलदेव पार्क , पूर्वी…

Read More

विजय

        राखी नाम की एक दुबली-पतली बीमार -सी ,साँवले रंग की एक लड़की,उम्र यही तेरह- चौदह की साल रही होगी । वह आठवीं कक्षा में पढ़ती थी । राखी कक्षा में बिलकुल पीछे बैठती थी। वह हमेशा चुपचाप बैठी रहती शायद इसी लिए उसकी कोई  सहेली भी नहीं बनी थी । हाँ अगर शिक्षिका कक्षा…

Read More

मुझे भी याद कर लेना

विधा – गीत मेरे आँगन का सावन जब लिये बरसात आयेगा इस फुलवारी में आकर के गुलो गुलशन महकायेगा मैं तुझको याद करूंगी तुम्हारे दर पर आँधी की जब होंगी दस्तक बेशुमार दबाकर सारी हलचल तुम मुझे बस गुनगुना लेना मुझे भी याद कर लेना जो तेरी याद सताएगी नींद बैरन हो जाएगी डसेगी नागन…

Read More

भारत के वीर पुत्र को नमन हमारा है……

जय माँ भारती , माँ भारती, जय माँ भारती….. (1) माँ भारती का लाल जब सरहद पर लड़ने जाता है। उड़ उड़ के मिट्टी बदन को चूमे दुश्मन भी थर्राता है।                   ऐसे भारत के वीर पुत्र को नमन हमारा है…… (2) सीना तान के माँ मस्तक पर शौर्य तिलक करती है। वीर सिपाही जब…

Read More