
लोकगीत संध्या का सफल आयोजन संपन्न
किसी ने सच ही कहा हैं कि अगर आप लोकगीत समझते है तो आप उस क्षेत्र की संस्कृति और परम्परा को सरलता से समझ सकते है।माटी की भीनी भीनी खुशबू ढ़ोलक की थाप और लोकगीतो की विविधता से भरी सुरमयी शाम के आगाज का चिर प्रतीक्षित समय आ ही गया। सरिता जी के पेज पर…