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आप के महापाप ने बेड़ा गर्क कर दिया।

आप के महापाप ने बेड़ा गर्क कर दिया। स्वर्ग से सुंदर दिल्ली को नर्क कर दिया।          अपने ही अपनो के अब खिलाप चल रहे हैं।           कि दिल्ली में ही आस्तीन के सांप पल रहे हैं। शराब का खराब झमेला हो गया। दिल्ली में ही ऐसा खेला हो गया। गुरु बाहर देखो अन्दर चेला…

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देश मे बना रहेगा राजनैतिक एवं धार्मिक तनाब का माहौल

ज्योतिष अनुसार दि 22-04-23 से देव गुरु वृस्पति अपनी मीन राशि को छोड़ कर मंगल की राशि मे प्रवेश करेंगे जँहा राहु के साथ युति करेंगे जिस के चलते गुरु चांडाल योग बनेगा. जिस के चलते धार्मिक अपवाद का माहौल बनेगा एवं देश के अंदर राजनैतिक अस्थरथा बनी रहेगी. दिल्ली के अंदर आम आदमी पार्टी…

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‘बेरोजगारी के दौर में युवा शक्ति कौशल और शिक्षा’

युवाओं को सशक्त बनाने की कुंजी, कौशल विकास के साथ है, जब एक युवा के पास आवश्यक कौशल होता है तो वह उसका उपयोग अपनी आजीविका व दूसरों की सहायता करने के लिए कर सकता है। वह आर्थिक रूप से राष्ट्र का भी समर्थन करता है। कौशल विकास न केवल आजीविका का साधन है बल्कि…

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देवदूत

          दोपहर दो बजे का समय था ,मैं सड़क के किनारे खड़ी होकर ई- रिक्शे का इन्तज़ार कर रही थी। वैसे तो विद्यालय में सवा एक पर छुट्टी हो जाती है पर उस दिन विद्यालय में कुछ जरूरी काम होने के कारण  काफी देर से छुट्टी हुई थी। साथ की कुछ शिक्षिकाएँ भी अपने -अपने…

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क़ानून पचडे से अभी नहीं निकल पाएंगे मनीष सिसोदिया।

दिल्ली हरि नगर आश्रम के प्रसिद्ध पंडित श्री निवास शर्मा देवज्ञ से उत्कर्ष मेल ब्यूरो चीफ मनोज कुमार ने पूछा कि दिल्ली सरकार के पूर्व मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया कब तक सीबीआई और ईडी के चंगुल में फंसे रहेंगे। तो प्रसिद्ध पंडित श्री निवास शर्मा देवज्ञ ने उत्कर्ष मेल ब्यूरो चीफ मनोज कुमार को बताया कि…

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व्यंग्य –  नई भर्ती के तहत अब सीधे महर्षि बनाए जाने की योजना…!

 राजनीति में केचुल बदलते नेताओं के पीछे चलने वाले चच्चा और कक्का को आजकल सवर्ण बनने का चस्का लगा है । दलित ही दलित का दुश्मन है ऐसा न मानने वाले आजकल राजनीति के सांप , नेवलों और कौवों को अपना दोस्त मान बैठे है ऐसे नेवलों को  दलितों ने अपना मसीहा सांपों को  ओबीसी…

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हर क्षेत्र में विराजमान है, नारी तू ही स्वाभिमान है

आदि काल से ही नारी, शक्ति के रूप में खुद को स्थापित करती रही है। जिसमें माता को आदि शक्ति के रूप में माना जाता है। उन्ही के अलग अलग रूपो का बखान हमें पढने को मिलता है।शिव शक्ति के वगैर अधूरे माने जाते है।उसी तरह हमारे इतिहास और राजा रजवाडो की कहानियों मे भी…

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चलाचली

जीवन की नाव सरक रही है  सासों की ईंधन पा धीरे-धीरे;   कभी गहरे जा खेले झिझरी    खाते हिचकोले नदिया तीरे। नपी तुली भरी हुई है ईंधन  जाने कब उखड़ जाये सांस;   उड़े प्राण पखेरु तज काया    दिखे न दूर तक कोई आश। नाप तौल कर व्यय करना  व्यर्थ का न करना…

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