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रसोईघर की मुहावरेदानी : डॉक्टर सरोजिनी प्रीतम

रसोईघर की पिटारी खोलकर देखिए तो लगता है, सारे मुहावरे भी यहीं पेट पालते रहे और फिर खिड़की के तांक-झांक करते हुए लोगों की जबान पर पहुंचे और सिर पर चढ़कर बोलने लगे। फिर उन्‍हें राख से मांज-मांज कर चमकाया गया और कहीं उस पर कलई की गयी और कहीं मुलम्‍मा चढ़ाया गया।          कटोरदान…

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आना होगा भारत में :  डॉक्टर चंद्रसेन शर्मा

आना होगा भारत में,  उन वीरों की माताओं को। फिर से शिवा करें पैदा, जो लिखें उन्हीं गाथाओं को।।  देश के दो नेताओं ने,  आजादी से अपधात किया।  भगतसिंह तेरे भारत को, दो हिस्सों में बांट दिया।। चले गए गोरे भारत से, अपने तखतो ताज हुए। दी भुला शहादत वीरों की, ये कुर्सी के मोहताज…

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लघुकथा – कच्ची मिट्टी : डोली शाह

         आज अन्नू ज्यों ही विवाह कर  ससुराल प्रवेश की पूरे घर में भगदड़  मच गई। सभी  के मुंह से एक ही स्वर  सुनाई दे रहा था, आग लग गई, आग लग गई ।           कुछ लोग सामानों को बाहर फेंकने लगे ,तो कुछ पानी डालने लगे, किसी ने 101 में फोन किया ,तो कुछ…

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मजदूरों के हितों की रक्षा जरुरी है – लाल बिहारी लाल

मजदूर दिवस पर विशेष (1 मई)जब इस धरती का निर्माण हुआ तो इसमें पहले मजदूर के रुप में त्रिदेवों –ब्रम्हा, विष्णु एवं महेश ने काम किया। फिर अलग अलग रुप से काम को श्रेणियों में बांट दिया गया। निर्माण का काम ब्रम्हा जी,कार्यपालिका का  काम विष्णु जी और फिर न्यायपालिका का काम भगवान महादेव को बनाया गया। इन सब…

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