
साहित्य

अक्षय तृतीया: समृद्धि, पुण्य और शुभारंभ का पर्व
अक्षय तृतीया, जिसे ‘आखा तीज’ भी कहा जाता है, हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाने वाला एक अत्यंत पावन पर्व है। ‘अक्षय’ का अर्थ होता है—जो कभी क्षय (नाश) न हो। यही कारण है कि यह दिन शुभ कार्यों, दान-पुण्य, निवेश और नए आरंभ के लिए…

एक जन कवि – रामधारी सिंह दिनकर
(23 सितंबर, 1908-24 अप्रैल, 1974) प्राचीन काल से ही, लेखकों और कलाकारों द्वारा विपत्ति के समय मानव जाति की अदम्य भावना को रेखांकित करने के लिए वीर रस या वीर भावना को अपनाया जाता रहा है। अजेय के सामने खड़े होने के इस संघर्ष का परिणाम हर बार जीत में नहीं होता, लेकिन इसने निश्चित…

उत्कर्ष मेल 16-30 अप्रैल (सम्पादकीय )
उत्कर्ष मेल (राष्ट्रिय पाक्षिक पत्र) 16-30 अप्रैल (सम्पादकीय )14 अप्रैल को अम्बेडकर जयंती के विशाल कार्यक्रम -राष्ट्रीय-प्रादेशिक एवं जिला स्तर पर सरकारी, गैरसरकारी तथा समितियों द्वारा आयोजित किए गये, जिनमें पार्टी बाजी से इतर सबने मिलजुल कर संविधान निर्माण में अहम भूमिका अदा करने वाले डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी को नमन-वंदन करते हुए ठोस लोकतन्त्र…

भारत में वैदिक कालीन शिक्षा पद्धति
डॉ ज्योत्स्ना शर्मा संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार (मो.)- 9810424170 @ j.shriji@gmail.com शिक्षा समाज और मानव विकास की आधारशिला है। जब मानव जाति के लिए शिक्षा शब्द का प्रयोग किया जाता है तब उसका अर्थ विवेक से लिया गया यानी मनुष्य की वह स्थिति जिसके अंतर्गत उसमें अंतर्निहित शक्तियों का निरंतर विकास होता है तथा उसके…

(अंबेडकर जयंती विशेष)
“लोकतांत्रिक भारत: हमारा कर्तव्य, हमारी जिम्मेवारी” जनतंत्र की जान: सजग नागरिक और सतत भागीदारी लोकतंत्र केवल अधिकारों का मंच नहीं, बल्कि नागरिकों के कर्तव्यों और जिम्मेदारियों का साझेधार भी है। भारत जैसे विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में नागरिकों की भूमिका केवल वोट देने तक सीमित नहीं होनी चाहिए। उन्हें न्याय, समानता, संवाद, स्वच्छता, कर…

‘भगवत प्राप्ति के साधन’ पुस्तक का हुआ भव्य लोकार्पण
जांगिड़ ब्राह्मण शाखा सभा उत्तम नगर पुस्तक विमोचन समारोह जांगिड़ ब्राह्मण जिला दक्षिणी पश्चिमी एवं शाखा सभा उत्तम नगर के सौजन्य से प्रभु श्रीराम जयंती रामनवमी के शुभ अवसर पर जांगिड़ ब्राह्मण धर्मशाला द्वारका मोड़ के परिसर में मासिक हवन यजमान युगल श्री रामपाल ‘जांगिड’ एवं युगल श्री जय भगवान मलिक के सानिध्य में किया…

मनुष्य या ब्रह्माण्ड
जब वे सब अध्यात्म विशेषज्ञ,और इस विज्ञान युग कीविशिष्ट चिंतन प्रक्रिया के अति संवेदनशील विशेषज्ञ भी ब्ह्म के एकमात्र सत्य अस्तित्ववान होने को नकार नहीं सकते। यह मानना कि वह निराकारहै , जिसका एक व्यक्तिअथवा किसी एक जीव का स्वरूप नहीं,और यह कि सम्पूर्ण ब्ह्माण्ड उसकी इच्छा से हीउसके स्वरूप को ही स्वयम में धारता…

भारतीय हाई कमिशन श्रीलंका, कोलम्बों में सम्मानित हुई साहित्यकार डॉ सविता चड्ढा
भारतीय सांस्कृतिक सम्बन्ध परिषद के निदेशक श्री अंकुरण दत्ता ने भारत से पधारी सविता चड्ढा का सम्मान किया। विश्व हिंदी दिवस पर शब्द यात्रा द्वारा संपन्न हुआ श्रीलंका में भव्य आयोजन। इस अवसर पर देश विदेश से पधारे साहित्यकारों का सम्मान किया गया देश-विदेश से आये साठ प्रबुद्ध साहित्यकारों तथा कलाकारों ने भाग लिया ।…

वर्ल्ड बुक रिकार्ड टोक्यो जापान द्वारा संजय वर्मा “दृष्टि” को सम्मानित किया जाना प्रस्तावित
हिंदी की गूंज टोक्यो जापान द्वारा आयोजित साहित्यिक प्रतियोगिता में “माँ जैसा कोई नही” वर्ल्ड रिकार्ड बुक के लेखकों में भारत की ओर से मनावर जिला धार मप्र के संजय वर्मा “दृष्टि” को हिंदी जी गूंज अंतरराष्ट्रीय संस्था की ओर से माँ की यादों की माला पिरोने के अथक प्रयास से सम्मानित किया जाना है।…

सही जीवन शैली अपनाकर एचआईवी संक्रमण से बचा जा सकता है
1 दिसंबर विश्व एड्स दिवस के अवसर पर विशेष डॉ मनोज कुमार तिवारी वरिष्ठ परामर्शदाता ए आर टी सेंटर, एस एस हास्पिटल, आई एम एस, बीएचयू, वाराणसी एचआईवी की पहचान के चार दशक बाद भी यह एक विश्वव्यापी समस्या बना हुआ है। एचआईवी वायरस मानव शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर करता है जब…