दूर हूँ उनसे बहुत, इत्ती बात पर भी, नहीं कभी कोई मलाल आया। हर वक्त उनकी याद रही, हर वक्त बस उनका ही ख्याल आया।। उदास पतझड़ भी कुछेक पेड़ों पर कोई-कोई कोलम-सी पत्ती ले आया। पहुँचे जब हम, उनकी गलियों में, चेहरे पर उनके गुलाल उभर आया।। सवाल कोई […]
दूर हूँ उनसे बहुत, इत्ती बात पर भी, नहीं कभी कोई मलाल आया। हर वक्त उनकी याद रही, हर वक्त बस उनका ही ख्याल आया।। उदास पतझड़ भी कुछेक पेड़ों पर कोई-कोई कोलम-सी पत्ती ले आया। पहुँचे जब हम, उनकी गलियों में, चेहरे पर उनके गुलाल उभर आया।। सवाल कोई […]