सुबह सुबह हो योग और दिनभर हो कर्मयोग तो क्या बात है ।
पुरुषार्थ और परिश्रम हो जीवन का आधार तो क्या बात है ।
एक क्षण भी ना हो नकारात्मकता हर पल हो सकारात्मकता तो क्या बात है ।
योग से हो अर्थ,धर्म, काम और मोक्ष की प्राप्ति तो क्या बात है ।
योग से होता सभी मनोविकारों का शमन
सभी इस बात को समझ जाये तो क्या बात है।
सुख बाहर नही सुख तो मेरे भीतर है,मन यदि इस बात को समझ जाये तो क्या बात है ।
ज्योति श्रीवास्तव
परिचय
नाम ज्योति श्रीवास्तव
जन्म दिनांक 5/11/62
शिक्षा स्नातकोत्तर
मोबाइल 9525909023
पता 6/9 महाकाल वाणिज्य केंद्र उज्जैन
पिन 456010